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सेफ्टी पिन्स का इस्तेमाल कपड़े के हिस्सों को एक दुसरे से जोड़ने के लिए किया जाता है । कहीं पर बटन टूट गया हो तो भी सेफ्टी पिन्स का इस्तेमाल वहाँ पर किया जा सकता है। साड़ी पहनने एवं अन्य कार्यों के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। आज भी ग्रामीण लोगों में लोग सेफ्टी पिन्स का इस्तेमाल पैरों में चुभे हुए काँटों को निकालने के लिए किया जाता है । Safety Pins Making Business Plan in Hindi कहने का आशय यह है की सेफ्टी पिन्स एक ऐसी वस्तु है जिसकी आवश्यकता लगभग हर घर में कोई न कोई कार्य करने के लिए होती ही है। सिर्फ इतना ही नहीं वर्तमान में इनका इस्तेमाल डेकोरेशन करने के कामों में भी खूब होता है।

 

 

Safety Pins Making Business Plan in Hindi

सेफ्टी पिन्स Making Business Plan in Hindi

सेफ्टी पिन एक प्रकार की सामन्य पिन ही होती है इसे इस तरह से बनाया जाता है की यह एक स्प्रिंग की तरह काम करता है और इसमें एक क्लासप बनाया हुआ होता है । जो इस पिन के नुकीले हिस्से को अपने अन्दर छुपा लेता है ताकि सेफ्टी पिन किसी को चुभे नहीं। जैसा की हम पहले भी बता चुके हैं की इस तरह की पिन का इस्तेमाल कपड़े के टुकड़ों को एक साथ जोड़ने के लिए किया जाता है।

सेफ्टी पिन्स के इस्तेमाल और बाज़ार  

इसके अलावा सेफ्टी पिन्स का इस्तेमाल किसी ड्रेस या अन्य कपड़े पर कुछ अतिरिक्त चीजें जैसे कोई बैज, ब्रांड या कंपनी का logo, रुमाल या सजावट का अन्य सामान जोड़ने के लिए किया जाता है। कई बार इवेंट में लोगों को अपनी कमीज के जेब के आगे कुछ बैज या logo लगाने की आवश्यकता हो सकती है, ऐसे में सेफ्टी पिन्स का इस्तेमाल किया जाता है।

वर्तमान में कई स्कूल भी बच्चों को अपने शर्ट इत्यादि पर फूल इत्यादि का बैज लगाने के लिए कहते हैं ऐसे में भी इनका इस्तेमाल किया जा सकता है। कहने का आशय यह है की जब भी आपको कपड़े के किसी एक छोटे टुकड़े को किसी अन्य टुकडें से जोड़ने की आवश्यकता दिखती है तो उस समय आपको सेफ्टी पिन्स की ही याद आती है ।

महिलाओं द्वारा सेफ्टी पिन्स का इस्तेमाल साड़ी को अच्छे से पहनने के अलावा अपने आभूषणों, कान की बाली, गले की चेन, कंगन, मंगलसूत्र इत्यादि को सुरक्षित रखने के लिए भी करती हैं । वर्तमान में सेफ्टी पिन एक विशेष फैशन उपकरण बन गया है।

ऐसे में कोई भी व्यक्ति जो खुद का कोई ऐसा उत्पाद का विनिर्माण करना चाहता हो जिसकी माँग लगभग हर जगह व्याप्त है, तो वह खुद का सेफ्टी पिन्स बनाने का बिजनेस भी शुरू कर सकता है।

 

 

सेफ्टी पिन्स बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें? (How to Start Safety pins Making Business in India):

सेफ्टी पिन्स का इस्तेमाल लोगों द्वारा पहले से किया जा रहा है, और आगे भी इसका यूँ ही इस्तेमाल होने की संभावना है। लेकिन जैसा की हम बता चुके हैं की इसे वर्तमान में लोग एक छोटे से फैशन उपकरण के रूप में देखने लगे हैं।

तो ऐसे में यदि उद्यमी इसका कोई नया डिजाईन बनाने में कामयाब हो गया और वह लोगों को पसंद आ गया तो उद्यमी सेफ्टी पिन्स बनाने के बिजनेस से भी अच्छी कमाई कर सकता है। तो आइये जानते हैं की इस तरह का यह बिजनेस शुरू करने के लिए उद्यमी को क्या क्या कदम उठाने की आवश्यकता हो सकती है।

 

 

 

परियोजना रिपोर्ट तैयार करें

सेफ्टी पिन्स बनाने का बिजनेस शुरू करने के लिए इच्छुक उद्यमी को सबसे पहले एक परियोजना रिपोर्ट तैयार करनी होगी। हालांकि भारत में अधिकतर लोग अपने बिजनेस के लिए तभी एक परियोजना रिपोर्ट तैयार करते हैं, जब बैंक या अन्य कोई गैर बैंकिंग वित्तीय संस्थान उनसे उस रिपोर्ट की माँग करता है।

लेकिन ध्यान रहे चाहे आप बैंक से लोन लेकर अपना बिजनेस शुरू कर रहे हैं या फिर नहीं, आपको हर हाल में एक व्यवहारिक परियोजना रिपोर्ट बनी ही होती है। इस रिपोर्ट में आपके बिजनेस के सभी पहलुओं खास तौर पर वित्तीय पहलुओं का पूरा विवरण लिखित रूप में होता है।

इस परियोजना रिपोर्ट में प्रोडक्ट का संक्षिप्त विवरण, बाज़ार, कच्चा माल, मशीनरी और उपकरण, मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेस से लेकर अनुमानित लागत और अनुमानित कमाई इत्यादि का विवरण होता है।     

वित्त का प्रबंध करें

एक व्यवहारिक परियोजना रिपोर्ट तैयार कर लेने के बाद उद्यमी को इस बात का पता चल जाता है की उसे अपना सेफ्टी पिन्स का उद्योग स्थापित करने के लिए कितने पैसों की आवश्यकता होगी। इसलिए अब उद्यमी का अगला कदम वित्त का प्रबंध करने का होना चाहिए।

इस विनिर्माण बिजनेस को शुरू करने में उद्यमी को बहुत ज्यादा खर्चा करने की आवश्यकता नहीं होती है। लेकिन फिर भी एक औसतन प्लांट स्थापित करने के लिए उद्यमी ₹13 – 15 लाख रूपये निवेश करने की आवश्यकता हो सकती है।

सबसे पहले कोई भी उद्यमी अपना बिजनेस शुरू करने के लिए अपनी बचत के पैसों पर ही नज़र डालता है। उसके बाद यदि पैसों में थोड़ी बहुत कमी रह जाती है, तो उद्यमी की कोशिश तहती है की वह अपने यार दोस्तों, पारिवारिक सदस्यों इत्यादि से पैसों का प्रबंध कर ले। इसके अलावा उद्यमी के पास बैंक और गैर बैंकिंग वित्तीय संस्थानों से ऋण लेने के विकल्प हमेशा विद्यमान रहते हैं।      

 

 

 

जमीन और बिल्डिंग की व्यवस्था करें

यद्यपि इस बिजनेस में कितनी जमीन और बिल्डिंग की आवश्यकता होगी, यह इस बात पर निर्भर करता है की उद्यमी कितनी उत्पादन क्षमता का उद्योग स्थापित करने की योजना बना रहा है। यदि उद्यमी एक ऐसा उद्योग स्थापित कर रहा है जिसमें दिन के लगभग 1000 सेफ्टी पिन्स बॉक्स बनाने की योजना है, तो ऐसे में उद्यमी को 1800 वर्ग फीट जगह की आवश्यकता हो सकती है ।

वह इसलिए क्योंकि एक औद्यौगिक सेटअप में उद्यमी को विनिर्माण जगह के अलावा, स्टोर रूम, बिजली उपकरणों और पैनल के लिए रूम, ऑफिस इत्यादि के लिए भी जगह चाहिए होती है । बेहतर यही होगा की बिजनेस के शुरूआती दौर में उद्यमी किसी बनी बनाई बिल्डिंग को किराये पर लेकर इस बिजनेस को शुरू करे। जिसमें उसे महीने के ₹25000 रूपये किराया देने की आवश्यकता हो सकती है।   

जरुरी लाइसेंस प्राप्त करें

सेफ्टी पिन्स बनाने का उद्योग लगाने के लिए उद्यमी को निम्नलिखित लाइसेंस और पंजीकरण कराने की आवश्यकता होती है।

  • उद्यमी को चाहिए की वह सबसे पहले अपने बिजनेस को प्रोप्राइटरशिप फर्म, वन पर्सन कंपनी, पार्टनरशिप फर्म, प्राइवेट लिमिटेड कंपनी इत्यादि में से किसी एक के तहत रजिस्टर कराये।
  • व्यवसाय के नाम से पैन कार्ड बनाये और बैंक में चालू खाता खोले।
  • टैक्स रजिस्ट्रेशन के तौर पर जीएसटी रजिस्ट्रेशन ।
  • फैक्ट्री अधिनियम के तहत अपने बिजनेस को रजिस्टर कराये।
  • स्थानीय प्राधिकरण से ट्रेड लाइसेंस प्राप्त करे ।
  • एमएसएमई योजनाओं का फायदा लेने के लिए उद्यम रजिस्ट्रेशन कराये।   
  • यदि उद्यमी अपनी फैक्ट्री द्वारा उत्पादित सेफ्टी पिन्स को अपने ब्रांड नाम के तहत बेचना चाहता है, तो उद्यमी को ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन भी कराना होगा ।  

 

 

 

मशीनरी और कच्चा माल खरीदें

सेफ्टी पिन्स भारत में वर्षों से बनाई जा रही है, इसलिए यहाँ पर इस व्यवसाय में इस्तेमाल में लायी जाने वाली मशीनरी और कच्चा माल आसानी से उपलब्ध है। आप भारत के किसी भी महानगर से सेफ्टी पिन्स बनाने के लिए कच्चा माल और मशीनरी आसानी से खरीद सकते हैं। इस बिजनेस में जिस मशीनरी का इस्तेमाल किया जाता है उसकी लिस्ट कुछ इस प्रकार से है।

  • तार को सीधा करने वाली और काटने वाली मशीन जिसकी कीमत लगभग ₹1.5 लाख हो सकती है।
  • आटोमेटिक सेफ्टी पिन्स असेंबली मशीन जिसकी कीमत लगभग ₹3.8 लाख हो सकती है।
  • अन्य उपकरण जिन्हें खरीदने में लगभग ₹80 हज़ार का खर्चा आ सकता है।

इस प्रकार से देखें तो सेफ्टी पिन्स बनाने का उद्योग शुरू करने के लिए किसी इच्छुक व्यक्ति को लगभग ₹6.1 लाख मशीनरी और उपकरणों पर ही खर्चा करने की आवश्यकता हो सकती है।

जरुरी स्टाफ नियुक्त करें

सेफ्टी पिन्स उद्योग को अच्छे से संचालित करने के लिए उद्यमी को निम्नलिखित कर्मचारियों को काम पर रखने की आवश्यकता हो सकती है।

  • मशीन संचालित करने के मशीन ऑपरेटर – 02
  • कुशल/अकुशल श्रमिक                – 03
  • हेल्पर                            – 04
  • सेल्समेन                         – 02
  • अकाउंटेंट कम सुपरवाईजर           – 01

 इस बिजनेस को कुशलतापूर्वक संचालित करने के लिए उद्यमी को कम से कम 12 कर्मचारियों को काम पर रखने की आवश्यकता हो सकती है।

 

 

 

सेफ्टी पिन्स का निर्माण शुरू करें

उपर्युक्त बताई गई मशीनरी और कच्चे माल का इस्तेमाल करके सेफ्टी पिन्स का निर्माण करना काफी आसान है । यहाँ पर हम इस निर्माण प्रक्रिया के बारे में संक्षिप्त रूप से बता रहे हैं।

  • सबसे पहले तार के बण्डल को स्पूल में लोड कर दिया जाता है। और तार का एक सिरा तार सीधा करने वाली और कटिंग मशीन में छोड़ दिया जाता है ।
  • अब यह तार आगे को बढ़ता रहता है और मशीन इसे सीधा करके वांछित साइज़ में कटती रहती है।
  • उसके बाद इस कटे हुए तार को सेफ्टी पिन बनाने वाली मशीन के हॉपर में डाला जाता है।
  • और इस मशीन के माध्यम से सेफ्टी पिन्स के कैप बनाई जाती है उसके बाद तार को मोड़कर तार के अगले हिस्से को नुकीला करने के लिए मशीन द्वारा उसे आटोमेटिक दबाया जाता है। इस तरह से सेफ्टी पिन तैयार हो जाती है।
  • उसके बाद इन्हें बॉक्स में पैक करके मार्किट में बेचने के लिए भेज दिया जाता है।

सेफ्टी पिन्स बनाने के बिजनेस को शुरू करने में आने वाली लागत

लागत पूरी तरह से इस बात पर निर्भर करती है की उद्यमी की लेवल पर यह व्यापार (Safety Pins Making Business) शुरू करना चाहता है। लेकिन फिर भी एक ऐसा उद्योग जिसमें उद्यमी दिन में 1000 सेफ्टी पिन्स बॉक्स का उत्पादन करना चाहता हो, और एक बॉक्स में 100 सेफ्टी पिन्स हों। हालांकि प्रथम वर्ष में वह 30% प्रोडक्शन कैपेसिटी के साथ ही शुरू करेगा। तब उसे इस तरह का बिजनेस शुरू करने में लगभग निम्न मदों पर खर्चा करने की आवश्यकता होती है।

खर्चे का विवरण खर्चा रुपयों में
मशीनरी और प्लांट पर आने वाला खर्चा 6.1 लाख
तीन महीने का किराया 75 हज़ार
फर्नीचर और फिक्सिंग 70 हज़ार
सैलरी, कच्चा माल इत्यादि कार्यकारी लागत 4.5 लाख
कुल लागत ₹12.05 लाख

 

 

 

सेफ्टी पिन्स उद्योग से कितनी कमाई होगी

कमाई भी इसी बात पर निर्भर करेगी की उद्यमी एक दिन में कितने सेफ्टी पिन्स बॉक्स का निर्माण करने की योजना बना रहा है, और वह प्रत्येक बॉक्स के लिए क्या कीमत निर्धारित कर रहा है। हालांकि कीमत निर्धारण में बाज़ार में उपलब्ध प्रतिस्पर्धा का आकलन करना भी बेहद जरुरी हो जाता है। यदि उद्यमी प्रतिस्पर्धी दरों पर भी सेफ्टी पिन बेचता है तब भी वह इस उद्योग (Safety Pins Udyog) को शुरू करने के पहले वर्ष में ही लगभग ₹4.5 लाख का शुद्ध मुनाफा अर्जित कर सकता है ।   

 

 

 

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