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Textile printing से आशय कपड़े पर कोई भी डिजाईन बनाकर जिसे कढ़ाई/बुनाई द्वारा नहीं बनाया जा सकता पर प्रिंटिंग करने से है । यानिकी कपड़े पर एक ऐसा डिजाईन जिसे कढाई या बुनाई करके तैयार नहीं किया जा सकता, उस डिजाईन को प्रिंटिंग के जरिये तैयार किया जा सकता है। Textile Printing Process में कपड़े में प्रिंटिंग करने से पहले डिजाइनिंग, स्कोरिंग, ब्लीचिंग इत्यादि की प्रक्रिया को पूर्ण किया जाता है। Textile Printing Business Plan in Hindi कहने का आशय यह है की कपड़े में प्रिंटिंग से पहले उसे विभिन्न प्रक्रियाओं से गीला करके तैयार किया जाता है, ताकि उसमें प्रिंटिंग अच्छे से हो सके।

 

 

Textile Printing Business Plan in Hindi

टेक्सटाइल प्रिंटिंग Business Plan in Hindi

इस फैशन के दौर में कपड़े की आकर्षकता और मार्केटिंग को बनाये रखने के लिए लगभग हर प्रकार के कपड़ों जैसे टी शर्ट, शर्ट, बच्चों के कपड़ों, साड़ियों, सलवार सूट, चादरों, परदों इत्यादि में Textile Printing की जाती है। इस तरह की यह प्रिंटिंग विशेष तौर पर स्क्रीन प्रिंटिंग के जरिये कपड़ों में एक रंग की प्रिंटिंग या विभिन्न रंगों से बने डिजाईन की प्रिंटिंग भी आसानी से की जा सकती है। प्रिंटिंग का डिजाईन बनाते वक्त कलर कॉम्बिनेशन का विशेष ध्यान रखा जाता है, ताकि कपड़े की आकर्षकता और गुणवत्ता में सुधार हो सके। इसलिए यदि आप चाहते हैं की आपके द्वारा की गई Textile Printing कपड़े की आकर्षकता और गुणवत्ता में सुधार करे, तो आपको इस प्रक्रिया में उपयोग में लाया जाने वाला कच्चा माल या प्रिंटिंग सामग्री भी अच्छी गुणवत्ता की इस्तेमाल में लानी होती है। ग्राहक ऐसी प्रिंटिंग को कभी पसंद नहीं करेंगे जिनका रंग फीका पड़ जाता हो, या कपड़े से निकल जाता हो।

 

 

क्या Textile Printing Business अच्छा चलेगा?

हालांकि बिजनेस चाहे कोई भी हो उसे सफलतापूर्वक चलाकर लाभ कमाना और उससे भी बड़ी बात लम्बे समय तक बाजार में बने रहना कोई आसान बात नहीं है। इसलिए कोई Textile Printing Business हो या कोई अन्य के बारे में कोई भी कितना भी अनुभवी एक्सपर्ट क्यों न हो, वह इस बात की गारंटी नहीं ले सकता की वह बिजनेस चलेगा ही चलेगा। लेकिन वह उस व्यवसाय के लिए बाजार में उपलब्ध अवसरों की समीक्षा अवश्य कर सकता है ।

वर्तमान में Textile Printing पहले के मुकाबले काफी गुणवत्तायुक्त हो चुकी है, और यह कपड़े में नवीनता, रचनात्मकता, आकर्षकता लाने का भी काम करती है । वह इसलिए क्योंकि वर्तमान में पहले के मुकाबले उन्नत प्रिंटिंग मशीनें, अच्छी गुणवत्ता की इंक, और एडवांस टेक्नोलॉजी उपलब्ध है। और यही कारण है की पहले के मुकाबले Textile Screen Printing काफी सस्ती हो चुकी है, जो कम लागत में बेहतर प्रिंटिंग और कई अन्य उपयोग भी प्रदान करती है। यही कारण है की आज के इस फैशन के दौर में प्रिंटिंग कपड़े घरेलु और विदेशी बाज़ारों में भी खूब बिकते हैं। कपड़ों में अच्छी डिजाईन और अच्छे कलर कॉम्बिनेशन के साथ की गई प्रिंटिंग लोगों को कपड़ों के प्रति आकर्षित करती है।

 

 

 

क्या इस बिजनेस के लिए गुणवत्ता नियंत्रण और मानक निर्धारित हैं?

इसमें कोई दो राय नहीं की कपड़े में की गई Textile Printing की गुणवत्ता बहुत अच्छी होनी चाहिए। अच्छी गुणवत्ता से अभिप्राय यह है की जब कपड़े को धोया जाय, सुखाया जाय, रगड़ा जाय तो कपड़े में प्रिंटिंग बनी रहनी चाहिए। ऐसा नहीं होना चाहिए की धोने के बाद प्रिंटिंग फीकी पड़ गई हो, या निकल गई हो। यदि प्रिंटिंग प्रक्रिया के दौरान कर्रिंग या स्टीमिंग प्रक्रिया को अच्छे ढंग से किया जाता है, और Textile Printing में इस्तेमाल में लायी जाने वाली इंक या कलर अच्छी गुणवत्ता की हो, तो यह समस्या नहीं आती है। 

वैसे देखा जाय तो इस तरह की प्रिंटिंग के लिए कोई गुणवत्ता नियंत्रण और मानक BIS या किसी अन्य अथॉरिटी द्वारा निर्धारित नहीं किये गए हैं । लेकिन कपड़े की प्रिंटिंग क्वालिटी का अच्छा होना अति आवश्यक है।

जमीन और बिल्डिंग की आवश्यकता

जमीन और बिल्डिंग कितनी चाहिए होगी, वह इस बात पर निर्भर करेगा की उद्यमी की Textile Printing की क्षमता क्या होगी। यदि उद्यमी एक ऐसा प्लांट स्थापित करने की योजना बना रहा है जिसमें प्रति वर्ष लगभग 25000 साड़ी, और 12500 प्रिंटेड फैब्रिक प्रिंट किया जाता हो, तो उसके लिए कम से कम 400 Square Meter जमीन और बिल्डिंग की आवश्यकता हो सकती है।  जिसमें लगभग 325 वर्ग मीटर जगह कवर्ड एरिया के लिए चाहिए जो इस प्रकार से है।

  • फैक्ट्री का छप्पर – 200 वर्ग मीटर
  • कच्चे माल के लिए स्टोर  – 50 वर्ग मीटर
  • उत्पादित माल के लिए स्टोर – 50 वर्ग मीटर
  • ऑफिस निर्माण के लिए     – 25 वर्ग मीटर

 

 

Textile printing के लिए क्या क्या मशीनरी और कच्चा माल चाहिए?

यहाँ पर भी स्पष्ट कर देना चाहेंगे की मशीनरी और कच्चे माल की मात्रा प्लांट की उत्पादन क्षमता के आधार पर अलग अलग हो सकती है। Textile Printing Business में इस्तेमाल में लायी जाने वाली मशीनरी की लिस्ट इस प्रकार से है।

  • एसी टॉप के साथ लम्बी चौड़ी प्रिंटिंग टेबल
  • रबर स्क्वीजर
  • कॉटेज स्टीमर
  • खुले मुहँ का Jigger
  • सिलिंडर ड्राइंग मशीन
  • बेबी बायलर
  • वाश रूम ट्राली
  • डाई पेस्ट स्टायरर
  • मापक यंत्र
  • बोर वेल और पानी को स्टोर करने के टैंक

कच्चे माल की लिस्ट  

  • ब्लीच किया हुआ मलमल का कपड़ा
  • विभिन्न डाई
  • गोंद
  • केमिकल और उसके सहायक चीजें
  • थिक्नर
  • पैकिंग सामग्री

 

 

 

Textile printing प्रक्रिया कैसे की जाती है

इस प्रक्रिया में एक नहीं बल्कि कई चरणों में प्रक्रिया को पूर्ण किया जाता है, प्रिंटिंग पेस्ट तैयार करना, कपड़े को प्रिंटिंग के लिए तैयार करना, डाई को फिक्स करना, स्टीमिंग करना, धुलाई, फोल्डिंग और पैकिंग इत्यादि Textile Printing Process के मुख्य चरण हैं।

  1. सबसे पहले ख़रीदे गए मलमल के कपड़े का अच्छी तरह से निरीक्षण किया जाता है की कपड़ा अच्छी क्वालिटी का और कटा फटा तो नहीं है।
  2. उसके बाद उस कपड़े को प्रिंटिंग टेबल पर बराबर करके फैलाया जाता है।
  3. और अब फैलाये गए कपड़े पर डिजाईन वाली स्क्रीन को रख दिया जाता है एवं तैयार डाई पेस्ट को रबर स्क्वीजर की मदद से स्क्रीन पर दबाया जाता है। हालांकि हो सकता है अब Textile Printing की यह पद्यति बदलकर डिजिटल भी हो गई हो, जो की इस प्रक्रिया से भिन्न होगी।
  4. यद्यपि किस कपड़े की प्रिंटिंग में कौन से डाई और गोंद इस्तेमाल होंगे, वह कपड़े के निर्माण और उसके अंतिम उपयोग पर निर्भर करता है।
  5. प्रिंटिंग के बाद जिस कपड़े पर प्रिंटिंग हुई होती है, उस पर स्टीमिंग प्रक्रिया पूर्ण की जाती है, ताकि प्रिंटिंग में स्थायित्व बना रहे।
  6. उसके बाद फिनिशिंग के लिए इस कपड़े से अतिरिक्त डाई को हटा दिया जाता है, और फिर इसे धोकर सुखाने के बाद, फोल्ड करके पैकिंग के लिए भेज दिया जाता है।       

 

 

टेक्सटाइल प्रिंटिंग बिजनेस शुरू करने में कितना खर्चा आएगा?

Textile Printing Business को शुरू करने में आने वाली लागत मुख्य रूप से यूनिट के आकार पर निर्भर करती है। यदि आप अधिक क्षमता वाली यूनिट स्थापित करेंगे तो अधिक लागत और यदि छोटे से इस व्यवसाय को शुरू करना चाहेंगे तो कम लागत आएगी। छोटे पैमाने पर यह व्यवसाय 6 से 8 लाख रूपये तक के निवेश से भी शुरू किया जा सकता है। वैसे तुलनात्मक रूप से देखा जाय तो 6-8 लाख रूपये इतनी बड़ी धनराशि नहीं है । इस धनराशि का प्रबंध इच्छुक उद्यमी अपनी बचत में से कर सकता है।

लेकिन फिर भी यदि उद्यमी के पास Textile Printing Business शुरू करने के लिए धन की कमी हो रही है, तो वह बैंकों और निजी निवेशकों के माध्यम से भी अपने व्यवसाय के लिए फण्ड एकत्रित कर सकता है। एक अच्छी विवरण वाली व्यवहारिक प्रोजेक्ट रिपोर्ट उद्यमी को बैंक से ऋण लेने में मददगार साबित हो सकती है।

 

 

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