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राणा क्षेत्र सिंह (rana kshetra singh) जिन्हें राणा खेता के नाम से भी जाना जाता हैं।Maharana Kshetra Singh  राणा क्षेत्र सिंह या राणा खेता मेवाड़ साम्राज्य के शासक थे। क्षेत्र सिंह के पिता का नाम राणा हम्मीर सिंह था। इनका कार्यकाल 1364 से 1382 ईस्वी तक रहा। 1382 ईस्वी में राणा क्षेत्र सिंह की मृत्यु हो गई। राणा क्षेत्र सिंह (rana kshetra singh) ने 18 वर्षों तक शासन किया था। इनसे पहले इनके पिता राणा हमीर सिंह मेवाड़ पर राज्य करते थे और इनके पश्चात राणा लाखा मेवाड़ क्षेत्र के राजा बने।

Biopraphy of Maharana Kshetra Singh - YouTube

राणा क्षेत्र सिंह का इतिहास और जीवन परिचय  (rana kshetra singh History In Hindi)

  • पुरा नाम Full name- राणा क्षेत्र सिंह।
  • अन्य नाम other name of rana kshetra singh– राणा खेता सिंह।
  • पिता का नाम Rana kshetra Singh Father’s name- राणा हम्मीर सिंह।
  • माता का नाम Rana kshetra Singh mother’s name- सोंगरी देवी।
  • पुत्र और पुत्री- राणा लाखा सिंह
  • दासी- खातिन।
  • दासी पुत्र- चाचा और मेरा।
  • राजा कब बनें- 1364 ईस्वी में।
  • मृत्यु वर्ष- 1382 ईस्वी।
  • शासन अवधि-18 वर्ष।
  • इनसे पहले राजा- राणा हम्मीर सिंह।
  • इनके बाद राजा- राणा लाखा सिंह।

राणा क्षेत्र सिंह (Rana kshetra Singh) ने राजा बनते ही अजमेर पर आक्रमण कर दिया और उसे जीत लिया, अब अजयमेरु रियासत मेवाड़ का हिस्सा बन गई। यह राणा क्षेत्र सिंह की पहली उपलब्धि मानी जाती है।

इतना ही नहीं इन्होंने बिजोलिया और भीलवाड़ा को भी जीत लिया जिसमें । जब अजमेर, मेवाड़ राज्य का हिस्सा बन गया। तब मेवाड़ का एक युवराज पृथ्वीराज सिंह सिसोदिया अजमेर गए और अजयमेरु दुर्ग के चारों तरफ एक परकोटा बनाया और इस दुर्ग का नाम तारागढ़ रख दिया।

हाड़ा राजवंश के राजा को पराजित करने वाले राणा क्षेत्र सिंह (Rana kshetra Singh) मेवाड़ के प्रथम शासक थे, इसका प्रमाण हमें एकलिंगनाथ प्रशस्ति में मिलता हैं। धीरे-धीरे पूरा हाड़ौती क्षेत्र राणा क्षेत्र सिंह के अधिकार में आ गया।

इतना ही नहीं छप्पन का क्षेत्र नामक स्थान भी इन्होंने अपने कब्जे में ले लिया। राणा क्षेत्र सिंह अपने राज्य विस्तार के अगले पड़ाव में मालवा पर आक्रमण कर दिया। इस समय मालवा पर दिलावर खान का शासन था।

दिलावर खान राणा क्षेत्र सिंह (Rana kshetra Singh) के सामने नहीं टिक पाए और मौत के घाट उतार दिए गए। यहीं से मेवाड़ मालवा संघर्ष का प्रारंभ हुआ।

दासी पुत्र चाचा और मेरा और क्षेत्र सिंह के वंशज

राणा क्षेत्र सिंह की एक दासी थी जिसका नाम खातीन था। Maharana Kshetra Singh खातीन से दो पुत्र हुए जिनका नाम चाचा और मेरा था। इन दोनों ने आगे चलकर राणा क्षेत्र सिंह के पोते महाराणा मोकल की हत्या कर दी। इस समय महाराणा मोकल गुजरात में राज्य विस्तार हेतु जा रहे थे।

इन दोनों के अलावा मेवाड़ की रानी और राणा क्षेत्र सिंह के एक पुत्र हुआ, Maharana Kshetra Singh जिसका नाम राणा लाखा था जो आगे चलकर मेवाड़ के शासक बने।

राणा क्षेत्र सिंह हैं कि मृत्यु कैसे हुई? How Rana kshetra Singh Died.

सन 1382 की बात है, हाड़ौती में हाड़ा ( चौहान) शासकों को पराजित करने के पश्चात बूंदी के शासक लाल सिंह के साथ एक भयंकर युद्ध हुआ। किसी ने नहीं सोचा था कि यह युद्ध मेवाड़ के शासक राणा क्षेत्र सिंह और बूंदी के शासक लाल सिंह दोनों की एक साथ जान ले लेगा।

युद्ध मैदान में ही राणा क्षेत्र सिंह ने दम तोड़ दिया। इस तरह मेवाड़ के इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान रखने वाले साथ ही मेवाड़ को अजमेर तक विस्तारित करने वाले महान शासक राणा क्षेत्र सिंह की मृत्यु हो गई। राणा क्षेत्र सिंह ने मेवाड़ पर लगभग 18 वर्षों तक शासन किया था।
राणा क्षेत्र सिंह की मृत्यु के पश्चात इनका पुत्र राणा लाखा (लक्ष्य सिंह) मेवाड़ के शासक बने।

इस लेख के माध्यम से आप जान पाए हैं की राणा क्षेत्र सिंह कौन थे और राणा क्षेत्र सिंह का इतिहास क्या रहा।

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