ओलंपिक के इतिहास में अब तक भारत को केवल 9 स्वर्ण पदक मिले लेकिन अब उन दसवां स्वर्ण पदक दिला दिया है और वहां अभिनव बिंद्रा के बुरे से भी ऐसे भारतीय हैं जिन्होन यकाल प्रधान दिया स्वर्ण पदक है नीरज ने भला फेंक इवेंट में इतिहास रचा और एथलेटिक्स में मेडल जितने वाले पहले भारतीय बने अब दोस्तो वैसा ही देश में क्रिकेटर्स के अलावा अन्य खिलाड़ी को उतनी ही पहचान नहीं मिलाते जितने की मिलानी चाहिए चोपड़ा कर सब युवाओं के लिए प्रेरणा बन गए हैं तो चले दोस्त हम जानते हैं कि आखिर कौन है नीरज चोपड़ा दोस्तों 24 दिसंबर 1997 को हरियाणा के खंडा गांव में नीरज चोपड़ा का जन्म हुआ था नीरज चोपड़ा गरीब किसान परिवार से साले और और में ही नीरज मोटेपे का शिकार हो गया था उनका वजन बढ़ता हुआ देख घर वालों ने मोटेपे को काम करने के लिए नीरज को खेल कुड़ का सहारा लेने की सलाह दी जिस्के खराब से वो वजान के मैं करने के लिए पानीपत के शिवाजी स्टेडियम में जाने लगियौर दोस्ती एक काम भारतीय लड़कों की तरह ही उनकी पहली पसंद भी क्रिकेट हुआ करता था लेकिन स्टेडियम में भाला फेंक की प्रैक्टिस करने वाले खिलाड़ियों को देखा और उनके मैं में एक मैं भी हूं दूर फेंक सकता हूं और दोस्त क्रिकेट आउट हो गया और भाला फेंक ने एंट्री ली और एफआईआर सबसे पहले 2012 में एथलेटिक चैंपियन जितने के बुरे से
नीरज ने 2016 में पोलैंड में हुए आईएएफ वर्ल्ड अंडर 20 चैंपियनशिप में 86.48 मीटर दूर भला फेंक कर मेडल जीता था और आईएसआई उत्थान की वजह से ही उन जूनियर
कमीशन ऑफिसर के तौर पर नियुक्ति मिल गई थी अब आर्मी से जॉब मिलाने के बुरे से नीरज ने एक इंटरव्यू में कहा था कि मेरे पिता है किसान और मैं संयुक्त परिवार में रहता हूं और मेरे परिवार में किसी की भी सरकार नौकरी नहीं है मेरे इसिलिए लिए खुश है उन्होन कहा था की अब मैं अपनी ट्रेनिंग जारी रखने के साथ-साथ अपने परिवार की आर्थिक मदद भी कर सकता हूं नीरज ने अपनी प्रैक्टिस नहीं छोडी और आगे चलकर 2018 में इंडोनेशिया के जकार्ता में 88.016 मीटर के जरिए इंडोनेशिया के जकार्ता में उन 88.016 मीटर एशियाई खेलों के माध्यम से गोल्ड मेडल जीता लेकिन दोस्तों 2018 में हाय एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स में शानदार परफॉर्मेंस के बुरे से नीरज कांधे की चोट के शिकार हो गए और इस वजह से वह कफी वक्त तक खेल से दूर रहे द हलंकी दोस्त सही समय प्रति नीरज चोपड़ा करते हुए ने इतिहास रच दिया और 87 मीटर का थ्रो करके उन्होन भारत को पहला गोल्ड मेडल दिया दिया और दोस्त इस तरह से गरीब किसान परिवार में हम सभी के लिए एक प्रेरणा बन चुके हैं
निजी जानकारी (Personal Information)
असल नाम (Real Name) | नीरज चोपड़ा |
निक नेम (Nick Name) | नीरज |
पेशा (Profession) | भारतीय ट्रैक और फील्ड एथलीट |
जन्म दिनांक (Date of Birth) | 24 दिसंबर 1997 |
उम्र (2021 तक) | 24 वर्ष |
जन्म स्थान (Birth Place) | पानीपत, हरियाणा, भारत |
नागरिकता (Nationality) | भारतीय |
गृह नगर ( Home Town) | पानीपत, हरियाणा, भारत |
मौजूदा शहर (Current City) | पानीपत, हरियाणा, भारत |
स्कूल (School) | ज्ञात नहीं |
कॉलेज (College) | डीएवी कॉलेज, चंडीगढ़ |
शैक्षणिक योग्यता (Educational Qualification) | स्नातक |
पदार्पण (Debut) | 5th September 2013 |
पुरुस्कार (Awards) | अर्जुन पुरस्कार |
परिवार ( Family) | माता: सरोज देवी पिता: सतीश कुमार बहन: दो बहनें भाई: ज्ञात नहीं पत्नी : नहीं |
धर्म (Religion) | हिन्दू |
पता (Address) | पानीपत, हरियाणा, भारत |
रूचि ( Hobbies) | घूमना |
ऊँचाई (Height) | 177 cm |
वजन (Weight) | 65 किग्रा |
आँखों का रंग ( Eye Colour) | काला |
बालों का रंग (Hair Colour) | काला |
वैवाहिक स्थिति (Marital Status) | अविवाहित |
गर्लफ्रेंड (Girl Friends) | ज्ञात नहीं |
विवाद (Controversies) | नहीं |
Salary (approx) | ज्ञात नहीं |
Net Worth | $2 M |