Ian Cardozo biography in hindi (इयान कार्डोज़ो)
कायरों की तरह जीने से तो मरना अच्छा है यह मोटो है हमारे भारत के गोरखा रेजीमेंट का जिस के सिपाहियों को सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा खतरनाक वह बहादुर माना जाता है और आज की इस वीडियो में हम आपको ऐसे ही एक बहादुर गोरखा सिपाही मेजर जनरल कार्डोजो की शौर्य...
Sarojini Naidu (सरोजिनी नायडू)
"हम गहरी सच्चाई का मकसद चाहते हैं,
भाषण में अधिक से अधिक साहस और कार्यवाही में ईमानदारी।"
-Sarojini Naidu
सरोजिनी नायडू एक...
Dr. Bhimrao Ambedkar (भीमराव आंबेडकर)
भारतीय संविधान के निर्माता भीमराव आंबेडकर भारत के महान समाज सुधारकों में से एक थे। उन्होंने दलितों के उत्थान के बहुत सारे कार्य किये। यह स्वत्रंत भारत के पहले कानून मंत्री रहे है। भीमराव आंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को रत्नागिरी (Ratnagiri) में हुआ था। इनका जन्म महार जाति में हुआ था। यह एक अछूत जाती थी।...
Swami Vivekanand (स्वामी विवेकानंद)
स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 में कोलकाता में हुआ था। इनके पिता का नाम विश्वनाथ दत और माता का नाम भुवननेश्वरी देवी था। इनका बचपन का नाम नरेंद्र नाथ दत था। और प्यार से सभी इन्हे नरेंद्र नाम से पुकारते थे। इनका परिवार कुलीन व धनी था। स्वामी विवेकानंद बचपन से तीव्र बुद्धि के थे। और बचपन...
मदर टेरेसा (Mother Teresa)
दुनिया में लगभग सारे लोग सिर्फ अपने लिए जीते है, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी है जिन्होंने अपने जीवन दुसरो की सेवा में अर्पित कर दिया। मदर टेरेसा (Mother Teresa) ऐसे ही महान लोगो में से एक है,जिन्होंने अपनी सारी ज़िंदगी सिर्फ दुसरो के लिए जिया। मदर टेरेसा का दिल दुनिया के असहये,गरीब और अनाथों के लिए धड़कता था...
महात्मा गाँधी ( Mahatma Gandhi )
महात्मा गाँधी का पूरा नाम मोहन दास करम चंद्र गाँधी था। इनका जन्म 02 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था। महात्मा गाँधी के पिता का नाम करम चंद्र गाँधी और माँ का नाम पुतली बाई था। गाँधी जी के पिता की 4 पत्नियाँ थी। गाँधी जी की माँ उनके पिता की चौथी पत्नी थी। गाँधी जी...
Bhagat Singh (शहीद भगत सिंह)
सरफ़रोशी की तम्मना अब हमारे दिल में है
देखना है जोर कितना बाजू-ए-कातिल में है
शाहिद भगत सिंह, जिन्हे 23 मार्च 1931 को 23 वर्ष 5 महीने और 23 दिन की अल्प आयु ब्रिटिश सरकार द्वारा सुख देव और राज गुरु के साथ फाशी की सजा दी गई। अगर भगत सिंह चाहते तो माफ़ी मांग कर फ़ासी से बच सकते...