आपने अपने बचपन में कहीं ना कहीं कभी न कभी बीरबल और अकबर की कहानी जरूर सुनी होगी लेकिन आज हम आपको बीरबल की कुछ ऐसी बातें बताने वाले हैं जिन्हें जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे|
बीरबल का जन्म 1584 विक्रम संवत में कानपुर अर्थात तिकवाँपुर में हुआ था| बीरबल बचपन से ही बहुत ही ज्यादा बुद्धिमान और हाजिर जवाब वालों में से एक थे और शहंशाह अकबर के नौ रत्नों में से भी एक थे बीरबल देखना ना ब्राह्मण थे और उनकी उपजाति मिश्रा या शुक्ला थी| बीरबल की माता जी का नाम अनाbha जिनकी शादी गंगा दास से हुई थी यह जिस स्थान पर रहा करते थे वहां सूखा पड़ने के कारण इन्हें अपना स्थान बदलना पड़ा लेकिन इनके परिवार की माली हालत कुछ ठीक ना होने कारण एक दूसरे को अलग-अलग खेतों में काम करना पड़ा बीरबल अपनी चतुराई के कारण और अपने बुद्धि कौशल ता के कारण बहुत प्रचलित थे बीरबल फारसी और संस्कृत भाषा के बहुत बड़े विद्वान भी थे और उनमें कविताएं भी लिखा करते थे| इसके अलावा उन्होंने संगीत दीक्षा भी ली हुई थी जिसकी वजह से उन्हें जयपुर के दरबार में और बाद में रीवा के महाराज के दरबार में बताओ और राज कवि के रूप में रखा गया था|
अकबर से मुलाकात बीरबल की एक बार की बात है जब बीरबल युवावस्था में थे तो अकबर chapargata के पास एक महल बनवाया और वहीं पर अपना डेरा डाला| उन्होंने वहां पर बीरबल के कई सारे किस्से सुने और उनकी प्रतिभाओं से प्रभावित होकर उन्हें अपने दरबार में बुलाने का आदेश दिया आज भी छपरा घाट में अकबर का किला मौजूद है|
अकबर के यहां जाकर बीरबल बहुत ही ज्यादा बुद्धिमानी से उनके सवालों के जवाब दिया करते थे| और कुछ दिनों बाद बीरबल ने दीन ए इलाही धर्म अपना लिया और फतेहपुर सीकरी में उनका एक सुंदर मकान भी था जहां जहां वे रहने लगे बादशाह अकबर के प्रशासन में बीरबल मुगल दरबार के प्रमुख सचिव हुआ करते थे| और राज दरबार की शोभा भी कहलाए जाते थे बीरबल वैसे तो ब्रजभाषा के अच्छे जानकार और कभी भी थे बीरबल की मृत्यु के समय अकबर ने एक सोरठा कहा था जो कुछ इस प्रकार है-
दीन देखि सब दीन, एक न दीन्हों दुसह दुख।
सो अब हम कहँ दीन, कछु नहिं राख्यो बीरबल
बीरबल की एक कहानी जो बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध हुई-
अकबर ने दरबार में सवाल उठाया, “सबसे तेज कौन चलता है ?” किसी ने चाँद तो किसी ने सुरज को सबसे तेज चलने वाला बताया। फिर बीरबल से पूछा गया, “महाराज ! महाजन का सूद सबसे तेज दौडता है, दिन दूनी रात चौगुनी रफ्तार से ये बढता ही जाता है, इससे तेज कोई नहीं दौड सकता। ” बीरबल का जवाब सुनकर अकबर खुश हुए।
Birbal short Biography
Bio/Wiki
- Name: Mahesh Das
- Date Of Birth: 1528
- Birthplace: Uttarpradesh
- Nationality: Indian
- Profession: Poet, Advisior
Family Information
- Father: Ganga das
- Mother: Anabha Davito
- Brother: (Information not available)
- Sister: (Informatin not available
- Relationships: Marrried
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