15 साल की उम्र में एक व्यक्ति ने स्कूल छोड़ दिया उसने फिजिक्स की समझ को पूरा बदल दिया।एक ऐसा व्यक्ति जिसको बचपन में बोलने में भी तकलीफ होती थी उसने THEORY OF RELATIVITY बनाई। जिससे समय,जगह और गुरुत्वाकर्षण के बिच सम्बन्ध पता चला। इसके अलावा एटॉमिक बम बनाने में अपनी भागीदार दी , वो थे गजब के वैज्ञानिक Albert Einstein (अल्बर्ट आइंस्टीन).
आज अगर कोई किसी को आइंस्टीन बोले तो उसका मतलब बहुत ही ज्यादा बुद्धिमान व्यक्ति। आइंस्टीन शब्द बुद्धिमान का पर्यावाची बन गया है।
आइंस्टीन का जन्म 14 मार्च 1879 में वर्त्ततेमबर्ग (Wurttemberg) जर्मनी में हुआ था , उनके पिता का नाम हेर्मन्न आइंस्टीन था जो एक सेल्स मेन थे। उनके पिता और चाचा ने मिल क्र एक कंपनी खोली Elektrotechnische Fabrik j Einstein & CIE थी ये कंपनी बिजली के उपकरण बनती थी। आइंस्टीन की माँ एक हाउस वाइफ थी और उनकी एक बहन थी जो उनसे 2 साल छोटी थी।
इनकी मात्रभाषा जर्मन थी लेकिन बाद में इन्होने अंगेजी और इतालवी भी सीखी। इनका जन्म तो जर्मनी के उल्म शहर में हुआ लेकिन इनका परिवार 1880 में म्यूनिख शहर चला गया। वहीं पर जिन्होने अपनी पढाई शुरू की अल्बर्ट आइंस्टीन का परिवार यहूदी धर्म को मानते थे और जिसकी वजह से आइंस्टीन को पढने के लिए कैथोलिक विद्यालय में जाना पड़ा। आइंस्टीन की माँ को सारंगी बजाना आता था। इन्होने अपनी माँ से सारंगी बजाना सिखा लेकिन बाद में इन्होने इसे बजन छोड़ दिया। बाद में 8 साल की उम्र में आइंस्टीन वहां से स्थान्तरित होकर लुइटपोल्ड जिमेजियम चले गए। जहाँ से आइंस्टीन ने अपनी माध्यमिक शिक्षा और उच्च माध्यमिक शिक्षा भी प्राप्त की। सन 1895 में आइंस्टीन ने स्विस फेडरल पोलिटेक्निक की परिक्षा दी, जो बाद में Edigenossische Technische Hochschule (ETH) के नाम से जाना जाने लगा। इस वक्त उनकी उम्र 16 साल थी। लेकिन गणित और भौतिक के विषय को छोड़ कर बाकि सभी विषयों में फेल हो गये थे और अंत में वहां से प्रधानाचार्य के सलाह पर वो स्विट्जलैंड के आरू में आर्गोवियन कैंटोनल स्कूल में चले गये। यहाँ से आइंस्टीन ने डिप्लोमा किया और उसके बाद इन्होने 1896 में इन्होने फेडरल इंस्टिटयूट ऑफ़ टेक्नोलोजी में दाखिला लिया।
अल्बर्ट आइंस्टीन का करियर-
अल्बर्ट आइंस्टीन ने अपनी डाक्टरेट लेने के बाद इन्होने बहुत से विज्ञानं दस्तावेज लिखा जिसकी वजह से ये बहुत ही प्रसिद्ध हुए। यूनिवर्सिटी में जॉब करने के लिए इन्होने बहुत मेहनत किया। और सन 1909 में ये बर्न यूनिवर्सिटी के लेक्चरर बन गये। कुछ दिन के इन्होने 2 और यूनिवर्सिटी में प्राचार्य के रूप में काम किया और कुछ ही दिनों में फेडरल इंस्टिटयूट ऑफ़ टेक्नोलोजी में प्राचार्य बनाये गए। सन 1913 में मैक्स प्लांक और वाल्थेर नेस्ट के द्वारा दिए गए अवसर पर आइंस्टीन बर्लिन चले गए। जिसकी वजह से इनका तलाक हो गया। बलिन जाने के बाद इन्होने एलसा नाम के लड़की से शादी कर ली।
अल्बर्ट आइंस्टीन ने बहुत से अविष्कार किये जिसके लिए उनका नाम प्रसिद्ध वैज्ञानिको में गिना जाने लगा उनके कुछ अविष्कार इस प्रकार है –
- प्रकाश की क्वांटम थ्योरी- आइंस्टीन की प्रकाश की क्वांटम थ्योरी में उन्होंने ऊर्जा की छोटी थैली की रचना की जिसे
फोटोन कहा जाता है, जिनमें तरंग जैसी विशेषता होती है. उनकी इस थ्योरी में उन्होंने कुछ धातुओं से इलेक्ट्रॉन्स के उत्सर्जन को समझाया|
- उन्होंने फोटो इलेक्ट्रिक इफ़ेक्ट की रचना की. इस थ्योरी के बाद उन्होंने टेलेविज़न का अविष्कार किया, जोकि द्रश्य को शिल्पविज्ञान के माध्यम से दर्शाया जाता है. आधुनिक समय में बहुत से ऐसे उपकरणों का अविष्कार हो चूका है| E= MC square – आइंस्टीन ने द्रव्यमान और ऊर्जा के बीच एक समीकरण प्रमाणित किया, उसको आज नुक्लेअर ऊर्जा कहते है|
- ब्रोन्नियन मूवमेंट – यह अल्बर्ट आइंस्टीन की सबसे बड़ी और सबसे अच्छी ख़ोज कहा जा सकता है, जहाँ उन्होंने परमाणु के निलंबन में जिगजैग मूवमेंट का अवलोकन किया, जोकि अणु और परमाणुओं के अस्तित्व के प्रमाण में सहायक है. हम सभी जानते है कि आज के समय में विज्ञान की अधिकतर सभी ब्रांच में मुख्य है. विज्ञान के चमत्कार निबंध यहाँ पढ़ें|
- स्पेशल थ्योरी ऑफ़ रिलेटिविटी – अल्बर्ट आइंस्टीन की इस थ्योरी में समय और गति के सम्बन्ध को समझाया है. ब्रम्हांड में प्रकाश की गति को निरंतर और प्रकृति के नियम के अनुसार बताया है. जनरत थ्योरी ऑफ़ रिलेटिविटी – अल्बर्ट आइंस्टीन ने प्रस्तावित किया कि गुरुत्वाकर्षण स्पेस – टाइम कोंटीनूम में कर्व क्षेत्र है, जोकि द्रव्यमान के होने को बताता है|
- ज्यूरिख विश्वविद्यालय में उनको प्रोफेसर की नियुक्ति मिली और लोगो ने उन्हें महान वैज्ञानिक मानना शुरू कर दिया | सं 1905 में 26 वर्ष की आयु में उन्होंने सापेशिकता का सिद्धांत प्रतिपादित किया जिसने उन्हें विश्वविख्यात कर दिया इस विषय पर उन्होंने केवल चार लेख लिखे थे जिन्होंने भौतिकी का चेहरा बदल दिया इस सिद्धांत का प्रसिद्ध समीकरण E=mc2 है जिसके कारण ही परमाणु बम बन सका इसी के कारण इलेक्ट्रिक ऑय की बुनियाद रखी गयी इसी के कारण ध्वनि चलचित्र और टीवी पर शोध हो सके आइन्स्टाइन को अपनी इसी खोज के लिए विश्व प्रसिद्ध नोबल पुरुस्कार मिला था |
- स्नातक की डिग्री लेने के बाद उन्होंने विद्यार्थियों को पढ़ाने के बारे में विचार किया लेकिन अल्बर्ट के अधिक ज्ञान की वजह से प्रारम्भ में उन्हें नौकरी नही मिली सन 1902 में अल्बर्ट आइन्स्टाइन को स्विजरलैंड के बर्न शहर में एक अस्थाई नौकरी मिल गयी अब उन्हें अपने शोध लेखो को लिखने और प्रकाशित कराने का बहुत समय मिला उन्होंने डॉक्टरेट की डिग्री प्राप्त करने के लिए मेहनत करना शुरू कर दिया और अंत में उन्हें डाक्टरेट की उपाधि मिल ही गयी|
अल्बर्ट आइंस्टीन का देहांत-
अल्बर्ट आइंस्टीन की मृत्यु 18 अप्रैल 1955 को हो गई। आइंस्टाइन की मृत्यु के बाद उनके परिवार की अनुमति के बिना उनका दिमाग निकाल लिया गया। यह अनैतिक कार्य Dr.Thomas Harvey ने उनके दिमाग पर रिसर्च करने के लिए किया गया। 1975 में उनके बेटे Hans की आज्ञा से उनके दिमाग के 240 सैंपल कई वैज्ञानिकों के पास भेजे जिन्हें देखने के बाद उन्होने पाया कि उन्के दिमाग में आम इन्सान से ज्यादा cells की गिनती हुई।
Alber Einstein short Biography
Bio/Wiki
- Name: Albert Einstein
- Date Of Birth: 14 March 1879
- Birthplace: Wurttemberg, Germany
- Nationality: British
- Profession: Scientist
Family Information
- Father: Hermen Einstein
- Mother: (Information not available)
- Brother: (Information not available)
- Sister: Maja Einstein
- Relationships: (Information not available)
Physical Status
- Height: 5.9 feet
- Eye colour: Dark Brown
- Hair colour: White